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कोलकाता में पहली बार पानी में दौड़ेगी मेट्रो घंटो का सफर होगा कुछ मिनट में पूरा

under water metro

हेलो दोस्तों स्वागत है आपका हमारे ब्लॉग पर पानी में दौड़ने वाली मेट्रो के बारे में आपने जरूर सुना होगा और इस प्रोजेक्ट पर दुबई काफी समय से कामभी कर रहा है लेकिन इस बिछे एक खुशखबरी है आपके लिए की अब हमारे भारत में कोलकाता मेट्रो एक ऐतिहासिक प्रोजेक्ट पर काम कर रही है जिसकी वजह से हमारे भारत देश में पहली बार गंगा के नीचे मेट्रो दौड़ेगी।


इसके साथ साथ हमारे भारत देश में एशिया का दूसरा सबसे गहरा मेट्रो स्टेशन भी होगा और अब यह अपने अंतिम चरण में है कि यह महत्वाकांक्षी परियोजना पूरी होगी हम आपको बता दें की कोलकाता के साल्ट लेक सेक्टर-5 और हावड़ा मैदान को गंगा नदी के नीचे ईस्ट-वेस्ट मेट्रो प्रोजेक्ट से जोड़ा जाएगा और इससे पहले भारत में देश में इस तरह की मेट्रो पहले कभी नहीं चलाई गई है।


और इस मेट्रो लाइन पर लगभग 12 स्टेशन होने वाले है जिसमें हावड़ा स्टेशन के बाद का मार्ग हुगली नदी के नीचे से होकर महाकरण (राइटर्स) मेट्रो स्टेशन तक जायेगा और इसके साथ साथ ये मेट्रो सेवा हावड़ा और सियालदह जैसे देश के से भी जोड़ी इस मेट्रो के चलने से यहाँ काफी विकास देखने के लिए मिलेगा और काफी लोगो को रोजगार भी मिलेगा इस प्रोजेक्ट के कई हिस्सों पर सेवा शुरू भी कर दी गई है।


ऐसी रिपोर्ट भी निकल के आ रही है की हावड़ा मेट्रो स्टेशन अगले साल जनवरी तक एशिया का दूसरा सबसे गहरा स्टेशन होगा और ये हमारे देश के लिए काफी गर्व वाली बात होगी आखिर हावड़ा स्टेशन के नीचे बन रहा मेट्रो स्टेशन क्यों खास है इसकी कई वजहें हैं चलिए इसके बारे में आपको बिस्तार से जानकारी देते है।


आपको बता दें की इस पूर्व-पश्चिम मेट्रो परियोजना की लंबाई लगभग 16.55 किमी है इस मेट्रो परियोजना का भूमिगत भाग लगभग 10.81 किमी है जबकि इसका ऊंचा भाग लगभग 5.74 किमी है कोलकाता मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन के जीएम (एडमिन) एके नंदी के मुताबिक इस प्रोजेक्ट का काम जनवरी 2023 तक पूरा हो जाएगा।


और काफी समय पहले हुगली नदी के नीचे मेट्रो टनल का काम भी पूरा हो गया है तो आगे के काम में ज्यादा टाइम नहीं लगेगा र्तमान में इस परियोजना का काम अपने अंतिम चरणों पर है इस लिए जल्दी ही लोग इस मेट्रो का लाभ उठा पाएंगे।


बता दें की इस मेट्रो की अधिकतम रफ्तार 80 किमी प्रतिघंटे की होगी और ये मेट्रो मार्ग वर्ष 2023 में बनकर तैयार हो जाएगा रिपोर्ट की मने तो इस मेट्रो लाइन पर वर्ष 2035 तक 10 लाख यात्री सफर करेंगे और इस मेट्रो को नदी के नीचे से गुजरने में लगभग 60 सेकंड से भी कम समय लगेगा।


इसका कुल 16.55 किमी के मार्ग है जिसमें से 10.8 किमी जमीन के भीतर से है और इसमें नदी का नीचे का हिस्सा भी शामिल है इसमें सफर करने वाले लोगो को हावड़ा मैदान से एसप्लैनेड तक जाने में लगभग छह मिनट का ही समय लगेगा।


अंतिम शब्द -

तो दोस्तों में उम्मीद करता हूँ आपको हमारे द्वारा दी गई जानकारी पसंद आई होगी अगर आपका कोई सवाल है तो आप कमेंट बॉक्स में कमेंट कर सकते हो इस जानकारी को अपने दोस्तों में जरूर शेयर करना शुक्रिया।

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